अलीगढ़- अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर रविवार दोपहर उस समय खलबली मच गई, जब एक युवक को यात्रियों ने बुर्का में देखा। यात्रियों ने उसका पीछा किया तो वह भाग निकला। दिल्ली जा रहे भाजपा कार्यकर्ता ने उसे पकड़ कर जीआरपी के हवाले कर दिया। सुरक्षा एजेंसियों को इसकी खबर लगी तो वह भी रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
एटीएस अलीगढ़ यूनिट की टीम ने भी युवक से पूछताछ की। कई घंटे चली पूछताछ में पता चला कि युवक कासिमपुर पावर हाउस में इंजीनियर है और दिल्ली जा रहा था। फिलहाल एटीएस ने इंजीनियर को क्लीन चिट नहीं दी है। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जा रही है।
प्लेटफार्म संख्या तीन पर दोपहर को दो बजे यात्री दिल्ली जाने के लिए ईएमयू पैसेंजर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। तभी दिल्ली जा रहे बीजेपी नेता दीपक दुबे व अन्य यात्रियों की नजर बुर्का पहने युवक पर पड़ी। उसके हाव-भाव से यात्रियों को संदेह हुआ। यात्रियों ने उसका पीछा किया तो वह भागने लगा।
दीपक ने किसी तरह उसे ओवर ब्रिज पर चढ़ने से पहले पकड़ लिया। दीपक, संदिग्ध को जीआरपी के हवाले करके दिल्ली चला गया। इसके बाद उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के योगेश वार्ष्णेय को फोन से इस बारे में अवगत भी करा दिया। कई भाजपा नेता स्टेशन पर पहुंच गए और और संदिग्ध के खिलाफ तहरीर तक दे दी।
मामला संदिग्ध होने पर एटीएस, एलआइयू की टीम भी पहुंच गई। युवक से रात 9 बजे तक पूछताछ हुई। जीआरपी के सब-इंस्पेक्टर अब्दुल कादिर ने बताया कि युवक की पहचान कासिमपुर पॉवर हाउस के सहायक अभियंता नजमुल हसन के रूप में हुई है।
वह पटना (बिहार) का रहने वाला है और पॉवर हाउस में 2009 से कार्यरत है, परिवार भी यहीं रहता है। नजमुल हसन ईद पर दिल्ली गया था। कुछ लोगों ने ट्रेन में उसके साथ मारपीट कर दी थी। इस दौरान जान से मारने की धमकी दी गई थी।
आज वह दिल्ली अपने ममेरे भाई सलाउद्दीन को देखने जा रहा था, वह एम्स में भर्ती है। जान से मारने की धमकी के चलते वह बुर्का पहन कर दिल्ली जा रहा था। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों को उसकी बात गले नहीं उतर रही है। इसके चलते ही पुलिस ने उसके द्वारा बताए सभी ठिकानों की पड़ताल की।
कासिमपुर पॉवर हाउस भी उसे लेकर गई, जहां वह रहता था, पड़ोसियों से भी पूछताछ की। फिलहाल युवक को कासिमपुर पॉवर हाउस में इंजीनियर मो. अब्बुजर के साथ आए दो अन्य इंजीनियरों की सुपुर्दगी में दिया है।