नौ बजे दफ्तर पहुचने के योगी सरकार के फरमान पर बड़े आंदोलन की सनसनी

Update: 2017-07-07 04:50 GMT
लखनऊ - अधिकारियों की मनमानी के विरोध में प्रदेश भर के राज्य कर्मचारी आज सड़कों पर उतर आए। सुबह दस की बजाय नौ बजे दफ्तर बुलाए जाने से नाराज कर्मचारियों ने जिलाधिकारियों के कार्यालयों पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। इससे पहले शासन में भी अपनी बात रख चुके कर्मचारियों ने अब भी सुनवाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
नई सरकार बनने के बाद प्रदेश भर के जिलास्तरीय अधिकारियों को सुबह नौ बजे अपने दफ्तर पहुंच कर जनसुनवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अधिकारी तो सुबह नौ बजे कार्यालय पहुंचने लगे, लेकिन उन्होंने तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों पर भी इसी समय आने का दबाव बना दिया और नौ बजे के बाद या 10 बजे के हिसाब से पहुंचने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई भी शुरू कर दी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी बताते हैैं कि इस मामले पर पूर्व मुख्य सचिव राहुल भटनागर से भी अधिकारियों के लिए निर्देश जारी करने की मांग की थी, लेकिन कोई निर्देश जारी नहीं हुआ।
इस पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए राज्य कर्मचारियों ने आज प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया था। लखनऊ में जिलाधिकारी आवास के सामने कर्मचारी नेता बीएन सिंह की प्रतिमा पर कर्मचारियों ने सभा की। यहां राज्य कर्मचारियों के साथ सचिवालय संघ के अध्यक्ष व परिषद के प्रमुख उपाध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र के साथ शिवबरन सिंह यादव, यदुवीर सिंह, वीके कुशवाहा, एसबी सिंह, अविनाश चंद्र श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र तिवारी, अमिता त्रिपाठी, बीएस डोलिया व मनोज श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद थे।

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