समाजवादी पार्टी ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बीजेपी को अपराजेय बनाने की घोषणा यह संकेत देती नजर आती है कि वे दल को राष्ट्र, संविधान और जनता से ऊपर बनाने की कोशिशों में लग गए हैं.
बीजेपी का नेतृत्व पूरी तरह अहंकार में डूबा हुआ है. सत्ता के मद में राजनीति की नैतिकता ताक पर रखकर लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बीजेपी खतरा हो गई है.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ठीक ही कहा है कि बीजेपी का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है. राजनीति की आड़ में वह सामाजिक पाप करने में जुटी है.
लालच और दबाव से दलबदल कराकर वह राजनीतिक भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. यह जनादेश का अपमान है. इस सम्बंध में महात्मा गांधी का यह कथन विचारणीय और अनुकरणीय है कि सात सामाजिक पाप में सिद्धांतहीन राजनीति भी शामिल है. इसके अलावा कर्म बिना धन, विवेक बिना आनंद, चरित्र बिना ज्ञान, नैतिकता बिना विज्ञान और ज्ञान बिना उपासना इसमें शुमार है.
उन्होंने कहा कि वहीं बीजेपी के विपरीत समाजवादी पार्टी की विचारधारा समाज को जोड़ने की है. नेताओं की बात का बिना उलझन के जनता सहज विश्वास कर सके यह राजनीति की नैतिकता और साख के लिए आवश्यक है. सरकारों के प्रति अविश्वास किसी भी तरह से जनहित में नहीं हो सकता है.