लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विश्व दिव्यांग दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांगजनों को सम्मानित किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ की आबादी है.
वहीं सरकार सहयोग कर रही है, समाज के लोग भी सहयोगी बनें तो दिव्यांगजन के सशक्तीकरण के लिए हम सब मिलकर एक बेहतर और वृहत्तर योजना बना सकते हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास तथा काम कर रही है. जिससे इनको भी मुख्यधारा में जोड़ा जा सके.सीएम योगी ने कहा कि सेवा की कोई सौदेबाजी नहीं हो सकती हैं. सेवा को सौदे के साथ जोड़ते हैं तो वो स्वार्थ होता है, यह पतन का कारण बनता है.
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के प्रति समाज का व्यवहार संवेदनशील होना चाहिए. कई ऐसे कारण जिनकी वजह से दिव्यांगता बढ़ी है. समय पर टीकाकरण और सावधानी से दिव्यंग्ता पर कमी की जा सकती है. दिव्यांगों के प्रति समाज का व्यवहार संवेदनशील होना चाहिए. दिव्यांगों से द्वेष न रखें.
सीएम ने कहा कि समाज की संवेदना सहानुभुति उसके साथ होनी चाहिए. कई लोग ऐसे हैं शरीरिक दिव्यांगता सफलता को बाधित नहीं कर पाई. ऐसी ही यूपी की बालिका अरुणिमा ने एवरेस्ट फतह की. आईएएस सुहास एलवाई ने भी खेल में सफलता हासिल की.
उन्होंने कहा कि आठ महीने में दिव्यांग कल्याण विभाग ने बेहतर प्रयास किए हैं. सबसे पहले विभाग का नाम दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग किया गया. हमने दिव्यांग पेंशन 300 से बढ़ा कर 500 रुपए की. इनकी शादी अनुदान की राशि 20,000 रुपये से बढ़ाकर 35,000 रुपये कर दी है. वहीं दिव्यांगजनों को शल्य चिकित्सा के लिए जो राशि अब तक 8000 रुपये मिलती थी, उसे हम लोगों ने बढ़ाकर 10,000 रुपये किया है.