हत्या-अपहरण में यूपी नंबर 1,रेप में मध्य प्रदेश नंबर 1

Update: 2016-09-01 08:30 GMT

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने वर्ष 2015 के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार देश में हत्या और अपहरण की सबसे ज्यादा वारदातें यूपी में हुईं। देशभर में जितनी हत्याएं हुईं, उनमें से 14.70 फीसदी अकेले यूपी में हुईं। जबकि अपहरण की वारदातें 14.3 फीसदी रहीं।

दुष्कर्म की बात करें तो यूपी के पड़ोसी मध्यप्रदेश ने सबको चौंका दिया है। हालांकि गैंगरेप की सर्वाधिक वारदातें यूपी में ही हुईं। एनसीआरबी की जारी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2015 में पूरे देश में 33,082 लोगों की हत्या हुई। इनमें से 4,860 यूपी में हुई। वहीं, अपहरण की 84,483 में 12,034 वारदातें अकेले यूपी में हुईं।

पुलिस पर कलंक: हिरासत में चार गैंगरेप, चारों यूपी में

एनसीआरबी की रिपोर्ट ने यूपी पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं। देश में हिरासत में गैंगरेप की कुल चार वारदातें हुईं। शर्मनाक यह है कि चारों वारदातें यूपी में ही हुई हैं। देश में हिरासत में दुराचार के 95 मामलों में से 91 यूपी पुलिस ने किए।

...लेकिन सूबे में महिलाओं के प्रति अपराध हुए कम
- 2014 में दुराचार के 3,468 मामले सामने आए। 2015 में घटकर 3,029 हो गए। दहेज हत्या के मामले में 2,473 से घटकर 2,338 हो गए।

- महिलाओं पर यौन हमलों की संख्या 8645 से घटकर 7,885 पर आई है।

हर रोज आठ महिलाओं से हुआ रेप

उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। महिलाएं दुराचार, गैंगरेप, शादी के लिए अपहरण से लेकर एसिड अटैक और दहेज हत्या तक की शिकार हो रही हैं।

सूबे में वर्ष 2015 के दौरान हर रोज आठ महिलाओं के साथ दुराचार हुआ। पिछले साल यहां 3000 से अधिक महिलाओं से दुराचार किया गया। वहीं, सूबे में 459 महिलाओं से गैंगरेप हुए, जो देश में सबसे ज्यादा हैं। अपहरण के भी सबसे ज्यादा मामले यहां दर्ज किए गए।

उत्तर प्रदेश में हुए कुल अपहरण के मामलों में 69 प्रतिशत अपहरण लड़कियों के थे। प्रदेश की हर 1 लाख लड़कियों में औसतन 8 लड़कियों का शादी के लिए अपहरण किया गया। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से वर्ष 2015 के जारी आंकड़ों में यह सच सामने आया।

देश भर में एसिड अटैक से कुल 249 नागरिकों को जलाया गया, जिनमें अधिकतर महिलाएं ही थीं। यूपी में इनमें से सर्वाधिक 61 नागरिक शामिल थे। दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल और तीसरे स्थान पर मध्यप्रदेश और बिहार रहे। तेजाब फेंककर जलाने के प्रयास के जो 46 मामले देश में दर्ज हुए, उनमें सर्वाधिक 11 उत्तर प्रदेश में थे।

हर रोज देश में दहेज के लिए 21 महिलाओं की हत्या

एक ओर दहेज कानूनों की सख्ती कम करने की बात की जा रही है, लेकिन देश में कुल 7,646 महिलाओं की दहेज के लिए हत्या कर दी गई। यानी हर रोज 21 महिलाओं को दहेज के लिए मार दिया गया।

वहीं, सर्वाधिक 2,338 दहेज हत्याएं उत्तर प्रदेश में की गईं। यह कुल हत्याओं का करीब 30 प्रतिशत था। 2015 में हत्या के सबसे ज्यादा मामले यूपी में दर्ज किए गए।

यहां 4,860 लोगों की हत्या कर दी गई। यह देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। डकैती के दौरान हत्याओं से लेकर लूट तक के सबसे ज्यादा मामले यूपी में ही हुए।

एनसीआरबी के अनुसार, करीब 19 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में 27.76 लाख लोगों ने विभिन्न माध्यमों से पुलिस के पास शिकायतें भेजीं। यह देश में की गई कुल 78.32 लाख शिकायतों का करीब 36 प्रतिशत है। शिकायतों की इतनी बड़ी संख्या के पीछे 1090 वीमेन पावरलाइन और डायल 100 जैसी सुविधाओं को वजह माना जा रहा है।

दंगों में यूपी तीसरे स्थान पर, जातीय दंगे सर्वाधिक

भले ही यूपी को हिंदू-मुस्लिम दंगों के बदनाम किया जाता रहा हो, लेकिन एनसीआरबी के अनुसार यहां सर्वाधिक दंगे जातीय वजहों से हो रहे हैं।

2015 में देश में हुए कुल 65,255 दंगों में से यूपी में 6,813 दंगे हुए। इनमें धार्मिक समुदायों के बीच होने वाले दंगों की संख्या 48 थी। वहीं देश भर में हुए 2,428 जातीय दंगों में से यूपी में सर्वाधिक 724 दंगे दर्ज किए गए। इनमें से 632 दंगे एससी-एसटी व गैर एससी-एसटी समुदायों के बीच हुए।

देश में--65,255
बिहार--13,311
महाराष्ट्र--8,336
उत्तर प्रदेश--6,813
कर्नाटक--6,602
केरल--5,830

इन अपराधों में भी यूपी आगे

देश में कुल 1,262 नागरिकों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई, इनमें यूपी में सबसे अधिक 758 हत्याएं की गईं। दूसरे नंबर पर रहे बिहार में 277 और तीसरे नंबर पर रहे पश्चिम बंगाल में 59 लोगों की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई।

देश में डकैती के कुल 4,409 मामले दर्ज हुए। महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। डकैती के 327 मामलों के साथ यूपी चौथे स्थान पर रहा।
 
देश में कुल 70 हत्याएं डकैती के दौरान हुईं। इनमें सर्वाधिक 21 हत्याएं यूपी में। इसके बाद महाराष्ट्र में 12 और  बिहार में 10।

लूट में दूसरे नंबर पर। देश में 36,581 इनमें यूपी में 3,658। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 8,591 लूट के मामले दर्ज हुए।

ये रहा अपराधों का रिकॉर्ड

देश--33,082
उत्तर प्रदेश--4,860
बिहार--3,183
महाराष्ट्र--2,599
मध्यप्रदेश--2,381
पश्चिम बंगाल--2,133

गैर इरादतन हत्याएं
देश--3,657
उत्तर प्रदेश--1,355
पश्चिम बंगाल--357
मध्यप्रदेश--294
महाराष्ट्र--203
पंजाब--180

हत्या का प्रयास
देश--48,931
पश्चिम बंगाल--10,195
बिहार--6,352
उत्तर प्रदेश--4,914
तमिलनाडु--3,274
महाराष्ट्र--2,856

महिलाओं से दुराचार
देश में--34,771
मध्यप्रदेश--4,400
महाराष्ट्र--4,189
राजस्थान--3,649
उत्तर प्रदेश--3029
ओडिशा--2,251

दुराचार के प्रयास में यूपी दूसरे, अपहरण में पहले स्‍थान पर

देश में--4,442
असम--499
उत्तर प्रदेश--422
राजस्थान--407
बिहार--403
झारखंड--207

अपहरण
देश में--84,483
उत्तर प्रदेश--12,034
महाराष्ट्र--8,576
नई दिल्ली--8,257
बिहार--7,131
मध्यप्रदेश--6,856

शादी के लिए लड़कियों का अपहरण
देश में--31,884
उत्तर प्रदेश--8,303
बिहार--4,444
असम--4,141
राजस्थान--2,368
मध्यप्रदेश--2,076

एसिड अटैक के सबसे ज्यादा मामले यूपी में

देश में--249
उत्तर प्रदेश--61
पश्चिम बंगाल--41
मध्य प्रदेश--19
बिहार--19
आंध्र प्रदेश--14

दहेज हत्या
देश में--7,646
उत्तर प्रदेश--2,338
बिहार--1,154
मध्यप्रदेश--665
राजस्थान--463
ओडिशा--356

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