उत्तर प्रदेश के सहकारिता एवं परती भूमि विकास मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने आज सैफई महोत्सव पंडाल में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय ऊसर/बीहड सुधार कार्यशाला एवं वृहद कृषक गोष्ठी के उदघाटन किया। इस अवसर पर उपस्थित अपार जन समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आवादी कृषि पर आधारित है और जब किसान अपनी आय में वृद्धि करके खुशहाल होगा तो प्रदेश/देश खुशहाल बनेगा।
उन्होंने कृषकों से कहा कि खेती में वैज्ञानिक तरीके अपनाये जिससे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त हो सके। मा. मंत्री जी ने कहा कि कृषि को बढावा देने के लिये प्रदेश सरकार किसान हित में तमाम कल्याणकारी योजनायें संचालित कर रही है। जिनका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी करायें जिससे उनका लाभ आवश्यकतानुरूप कृषक बन्धु प्राप्त कर सके। उन्होनंे कहा कि कृषको के हितार्थ इफ्को ने कई कार्यक्रम संचालित किये है इसी के तहत किसानों के लिये यूरिया व डी. ए. पी. के मूल्य भी घटाये है जिससे उनका लाभ छोटे कृषकों को भी प्राप्त हो सकेगा। इसके अतरिक्त आज कृषि योजना के अन्तर्गत 25 स्वयं सहायता समूह को 25-25 हजार की धनराशि वितरित की गई।
मा. मंत्री जी ने कहा कि जिस प्रकार आम आदमी अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहता है उसी प्रकार उसे अपनी भूमि के प्रति सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि समय-समय पर मृदा परीक्षण अवश्य करायें जिससे भूमि में पाये जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी के अनुरूप उर्वरक आदि का प्रयोग करें तथा उसकी उत्पादकता को बढायें। उन्होंने कहा कि मृदा परीक्षण हेतु जनपद में हैवरा स्थित चैधरी चरण सिंह महाविद्यालय एवं तहसील ताखा में एस. एस. मेमोरियल महाविद्यालय में लैब स्थापित किये जा चुके हैं जहां भूमि का परीक्षण कराकर अपनी भूमि हेतु पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु किसान उपचार कर सकेगे। श्री यादव द्वारा आज किसानों को कौशल विकास के प्रमाण पत्र और जरूरत मन्द किसानों को सहयोग राशि दी गई। इफ्को द्वारा आज सैफई मैदान में कृषि विकास प्रदर्शनी लगाई गयी तथा स्वास्थ मेले का आयोजन किया गया जिसमें हजारों किसानों ने अपनी जांच मुफ्त में कराई।
मा. मंत्री जी ने कहा कि यदि किसान को उसकी आवश्यकतानुसार सुविधायें मिल जायें तो वह अपनी कृषि उत्पादकता बढाने में सफल होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितार्थ पूरे प्रदेश में विभिन्न योजनायें संचालित कर कृषकों को खुशहाल देखना चाहती है। इसी उद्देश्य से बुन्देलखण्ड में बडे डैमों का निर्माण तथा पूरे प्रदेश में नहरों की सफाई का कार्य किया गया है जिससे किसानों को उनकी फसल के आवश्यकतानुसार सिंचाई का पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि भूमि की घटती उर्वराशक्ति को बचाने के लिये संतुलित मात्रा में ही उर्वरक का प्रयोग करें और यदि सम्भव हो तो हरी/जैविक खाद को अपनायें। उन्होंने कहा कि लोगों में पशुपालन के प्रति रूचि बढे इस हेतु नस्लसुधार के उद्देश्य से कल यहां पशु मेला का आयोजन किया जायेगा जिसमें अधिक से अधिक अच्छी नस्ल के जानवर एवं उनके पालन की विधियों की जानकारी वैज्ञानिकों द्वारा दी जायेगी। उन्होंने अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसका लाभ उठायें। आज विश्व बैंक परियोजना द्वारा वृहद पशुहाट का शिलान्यास किया।
उक्त के पूर्व मा. मंत्री जी ने सैफई स्थित ऐथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ कराया गया। जिसमें रिले दौड, गोला फेक, भाला फेक, लम्बी कूद, कबड्डी और खो-खो आदि खेल हुए। स्टेडियम उक्त अवसर पर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के स्कूलों से आये छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पढाई के साथ-साथ खेल भी आवश्यक है जिससे शरीर स्वस्थ व चैतन्य रहता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावक भी बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें और बच्चों के पढाई के साथ-साथ खेलों में भी रूचि लें। उन्होंने कहा कि आज विदेशी खेलों की ओर अधिक से अधिक ध्यान दिया जाता है जबकि ग्रामीण खेलों से शारीरिक स्वास्थ्यता अधिक होती है। उन्होनंे नाराजगी व्यक्त करते हुए कडे लहजे में हिदायत दी कि बच्चों को जो मिड डे मील दिया जा रहा है वह पूरी मात्रा के साथ दिया जाये। यदि इसमें किसी प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बन्धित को किसी भी स्तर पर बक्शा नही जायेगा। मा. मंत्री जी द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सभी 850 बच्चों को टैªक सूट देने को कहा गया। उक्त अवसर पर मा. मंत्री जी ने भू-मित्र पत्रिका का विमोचन भी किया।