नई दिल्ली: पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर पूरा देश जश्न मना रहा है लेकिन सरकार के विरोधी सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे है.
इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि सर्जिकल स्ट्राइक के तुरंत बाद अमेरिका की एनएसए सुसेन राइस ने भारत के एनएसए अजित डोभाल को फोन किया था.
ऑपरेशन के बीच में ही किया फोन
यही नहीं सरकार के सूत्रों का ये भी कहना है कि कि अमेरिकी सेट में सर्जिकल स्ट्राइक की तस्वीरें भी कैद हुई हैं. आपको बता दें कि जिस वक्त अमेरिकी एनएसए ने जिस वक्त फोन किया था उस वक्त ऑपरेशन पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ था. भारतीय कमांडो सर्जिकल स्ट्राइक को अंजामं देकर लौट रहे थे.
नहीं जारी होगा सर्जिल स्ट्राइक का वीडियो!
इसके साथ ही सूत्रों का कहना है की देस की सुरक्षा के मद्देनजर सेना सर्जिकल सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी नहीं करेगी. दरअसल सेना नहीं चाहती कि दुश्मन देशों को वीडियो के जरिए भारत के ऑपरेशन को अंजाम देने की तकनीक का पता चले.
आगे भी जारी रहेंगे सर्जिकल स्ट्राइक!
सेना पीओके में आतंक का अड्डा खत्म करने के लिए आगे भी सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी कर रही है. सूत्रों को मुताबिक सरकार ने बीएसएफ और सेना को ये भी कहा है कि अगर सीमा पर फायरिंग की आड़ में घुसपैठ की कोशिश होती है तो जवाबी कार्रवाई में मोर्टार और आर्टीलरी शैलिंग के जरिए उस लॉन्च पैड को ही पूरी तरह तबाह कर दिया जाए.
केजरीवाल औऱ कांग्रेस ने मांगे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत!
कल केजरीवाल ने वीडियो संदेश में केजरीवाल ने सबूत मांगे थे इसके बाद कांग्रेस ने भी सबूत की मांग कर दी. केजरीवाल ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के लिए प्रधानमंत्री को सैल्यूट है लेकिन सरकार को पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा खत्म कर देना चाहिए.
वहीं कांग्रेस नेता और मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने ट्वीट कर सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जी करार दे दिया है. विपक्ष के इन बयानों पर सरकार की ओर से कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सेना पर सवाल उठाना ठीक नहीं, देश को सेना पर भरोसा है. बीजेपी ने केजरीवाल और कांग्रेस के बयान को सेना का अपमान बताया है.