अयोध्या: शहर के निवासियों से ज्यादा संख्या में पहुंचे भक्त, टूटे भीड़ के सारे रिकॉर्ड; इस तरह हो रही सुरक्षा

Update: 2025-01-31 14:29 GMT

रामनगरी आस्था के सागर में निरंतर डुबकी लगा रही है। रोजाना 10 से 15 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। अब तक रामनगरी में शहर की आबादी से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। दो फरवरी को वसंत पंचमी के स्नान तक श्रद्धालुओं की भीड़ बने रहने की संभावना है। शुक्रवार को भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सरयू तट से लेकर रामलला व हनुमंतलला के दरबार में दिन भर जयकारे गूंजते रहे।

प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंची श्रद्धालुओं की अपार भीड़ अयोध्या रुख कर चुकी है। पहले मकर संक्रांति और उसके बाद 26 जनवरी से अयोध्या में जुटी भीड़ ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। रोजाना तीन लाख के करीब श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं। पांच लाख से अधिक हनुमानगढ़ी में माथा टेक रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि हर वर्ष प्रयागराज से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं, लेकिन इस वर्ष रामलला के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। अयोध्या धाम में भीड़ बढ़ते ही गलियों में बैरिकेडिंग कर दी गई है, ताकि कोई भी इधर-उधर से प्रवेश न कर सके। हाईवे पर वाहन रोके गए हैं। द्वारों से धाम में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।


भीड़ वसंत पंचमी तक जारी रहने की संभावना है। इस दिन अयोध्या के मठ-मंदिरों में भगवान को अबीर-गुलाल अर्पित किया जाता है। वसंत पंचमी पर दो फरवरी को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम चंद्रविजय सिंह व आईजी प्रवीण कुमार ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। श्रद्धालुओं से बातचीत कर उनका फीडबैक लिया। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा की 24 घंटे मानीटरिंग की जा रही है। हनुमानगढ़ी पर मौजूद एडिशनल एसपी डॉ. राजेश तिवारी ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया की अयोध्या धाम के अंतर्गत यात्रियों को सड़क से ले जाकर उनका आश्रय स्थल तक छोड़ने के लिए अयोध्या धाम में 12 व अयोध्या कैंट में 6 गोल्फ कार्ट लगाए गए हैं।

ड्रोन से हो रही धार्मिक स्थलों की निगरानी

श्रद्धालुओं में उमड़ी भीड़ की सुरक्षा के हाईटेक इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन की मदद से क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। यह ड्रोन 120 मीटर की ऊंचाई तक उड़ने और 3 से 5 किलोमीटर के दायरे में निगरानी करने में सक्षम है। ड्रोन की सहायता से संवेदनशील इलाकों, भीड़भाड़ वाले स्थानों और प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की पहचान होती है, तो तुरंत उसकी जांच कर कार्रवाई की जा रही है।

यहां बनाए गए हैं आश्रय व विश्राम स्थल

फटिक शिला, सरयू आश्रय स्थल (साकेत पेट्रोल पंप के बगल), अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, निषादराज गुहा आश्रय स्थल, कलेक्ट्रेट के पीछे पार्किंग में, भजन संध्या स्थल, रामकथा पार्क, उदया चौराहा के पास, रामघाट हाल्ट, रेलवे स्टेशन कैंट, बस स्टेशन कैंट, गांधी पार्क क्वीन हो पार्क, राम की पैड़ी, तुलसी उद्यान और बाग विजेसी।

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