शंभू बॉर्डर पर धरना स्थल को खाली करवाया गया, खनौरी सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात

Update: 2025-03-19 17:05 GMT

चंडीगढ़ः पंजाब के शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को पुलिस हटा रही है। करीब 200 किसानों को हिरासत में लिया गया है। किसानों के पोस्टर-बैनर, मंच और टेंट को पुलिस हटा रही है। शंभू और खनौरी बॉर्डर के आसपास इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

शंभू बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई पर पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें उचित चेतावनी देने के बाद इलाके को खाली करा दिया। कुछ लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई। इसलिए उन्हें बस में बैठाकर घर भेज दिया गया। इसके अलावा, यहां के ढांचे और वाहनों को हटाया जा रहा है। पूरी सड़क को साफ कर यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। हरियाणा पुलिस भी अपनी कार्रवाई शुरू करेगी। जैसे ही उनकी तरफ से रास्ता खुलेगा, हाईवे पर आवाजाही फिर से शुरू हो जाएगी। हमें कोई बल प्रयोग करने की जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि कोई विरोध नहीं हुआ। किसानों ने अच्छा सहयोग किया और वे खुद ही बसों में बैठ गए।

पंजाब पुलिस ने पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा लगाए गए टेंट को ध्वस्त कर दिया, जहां वे विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर से भी किसानों को हटाया जा रहा है।

पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को हटा रही है जो विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर भाजपा नेता फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा कि भाजपा पंजाब के किसानों के साथ है, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने किसानों के साथ खिलवाड़ किया। केंद्र सरकार ने पंजाब में किसानों के साथ बातचीत करने के लिए अपने मंत्रियों की टीम भेजी है... लेकिन लुधियाना पश्चिम के व्यापारियों ने कहा है कि वे उन्हें(AAP) वोट नहीं देंगे, क्योंकि सभी सड़कें बंद हैं... अरविंद केजरीवाल के लिए राज्यसभा सीट सुनिश्चित करने और लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीतने के लिए उन्होंने बैठक के बाद जगजीत सिंह दल्लेवाल और सरवन सिंह पंढ़ेर को हिरासत में लिया है।

किसान नेताओं की हिरासत पर पंजाब सरकार में मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, "AAP सरकार और पंजाब के लोग किसानों के साथ खड़े थे जब उन्होंने तीन काले कानूनों का विरोध किया... किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं... एक साल से ज्यादा हो गया है और शंभू और खनौरी बॉर्डर बंद हैं। पंजाब के व्यापारी, युवा बहुत परेशान हैं। जब व्यापारी व्यापार करेंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और वे नशे से दूर रहेंगे...आज की कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि हम चाहते हैं कि पंजाब के युवाओं को रोजगार मिले...हम शंभू और खनौरी बॉर्डर खोलना चाहते हैं...किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं और उन्हें दिल्ली या कहीं और विरोध प्रदर्शन करना चाहिए लेकिन पंजाब की सड़कें बंद नहीं करनी चाहिए। 

Similar News