बदायूं। नाली के विवाद में पुलिस ने एक युवक को थाने में बैठाया तो बखेड़ा हो गया। सोमवार को उसकी पत्नी भीड़ के साथ पुलिस चौकी में घुस गई। नारेबाजी और हंगामा के बीच चौकी में तोड़फोड़ की गई। लोगों का आक्रोश शांत करने के लिए पुलिस को थाने से आरोपित को छोड़ना पड़ा।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से चौकी में तोड़फोड़ व जाम लगाने वालों की पहचान की जा रही है। सभी आरोपितों पर प्राथमिकी पंजीकृत की जाएगी। नाली के विवाद में भी तहरीर आई है। उसके आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी। गोलू और धीरज के बीच नाली का विवाद है। गोलू की पत्नी पारुल का आरोप है कि धीरज ने नाली बंद कर दी। इससे गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है।
झगड़े की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
आरोप-प्रत्यारोप के बीच रविवार को दोनों पक्षों में झगड़ा होने पर पारुल ने थाने में तहरीर दी। शाम को पुलिस चौकी में दोनों पक्षों को बुलाया गया। वहां भी धीरज व उसके साथी गोलू से भिड़ गए। उस समय पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को घर भेज दिया। सोमवार सुबह भी धीरज ने नाली बंद की तो पुलिस ने खुलवाई।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार का कहना है कि नाली खुलवाने के दौरान धीरज ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता की। उसके विरुद्ध मारपीट की तहरीर थी। धीरज को थाने लाया गया था। इसके बावजूद वह हंगामा करता रहा। शाम चार बजे आंबेडकर शोभायात्रा के बाद कार्यक्रम में शामिल धीरज की पत्नी डाली लोगों के साथ पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करने लगी।
चौकी में घुसकर भीड़ ने की तोड़फोड़
आरोप है कि उसने दर्जनों लोगों के साथ मिलकर सड़क जाम कर दी। भीड़ ने पुलिस चौकी में घुसकर तोड़फोड़ की। हमलावर भीड़ के कारण पुलिसकर्मियों को भागना पड़ा। कुछ ही देर में थाने से फोर्स पहुंचा मगर, आक्रोशित भीड़ चौकी व सड़क से हटने को तैयार नहीं थी। स्थिति बिगड़ने की आशंका पर धीरज को थाने से छोड़ना पड़ा। इसके बाद आधा घंटा बाद हंगामा थमा।