आकाश आनंद के खिलाफ एक्शन पर शिवपाल यादव बोले- 'मायावती जाने और BJP जाने'
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से रविवार को मुक्त कर दिया. उन्होंने कहा कि अब उनकी आखिरी सांस तक पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा. इसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई और बयानबाजी भी शुरू हो गई. अब इस मामले पर समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव का बयान आया है.
लखनऊ में विधानसभा शुरू होने से पहले मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए शिवपाल यादव ने तंज भरे लहजे में कहा, 'वो उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है तो उसमें मैं क्या बोलूं. ये तो वो जाने और BJP जाने.' वह आकाश आनंद पर कुछ भी बोलने से सीधे तौर पर कतराते हुए नजर आए. लेकिन उन्होंने मायावती के इस फैसले के साथ बीजेपी को भी जोड़ दिया.
वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "बसपा की समस्या भाजपा की और सरकार की समस्या नहीं है. भाजपा अपने संगठन को मजबूत बनाने की दृष्टि से और उत्तर प्रदेश की जनता की भलाई की दृष्टि से काम कर रही है. बसपा का क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है इससे भाजपा का लेना देना नहीं है."
बीएसपी चीफ का फैसला
मायावती ने आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पिछले महीने पार्टी से निष्कासित किये जाने के बाद यह कदम उठाया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में हुई बसपा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक के बाद यहां जारी एक बयान में कहा कि पार्टी हित में आकाश आनंद को इसकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है.
बयान में कहा गया है कि इस कार्रवाई के लिए पार्टी नहीं, बल्कि पूर्ण रूप से उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ जिम्मेदार हैं. मायावती ने सिद्धार्थ को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर पिछले महीने बसपा से निष्कासित कर दिया था. उन्होंने कहा, ''अब मैंने यह निर्णय लिया है कि मेरे जीते जी व मेरी आखिरी सांस तक, पार्टी में मेरा कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा.''