Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 24

लघु कहानी - "राजनीति"

29 Jun 2017 5:56 AM GMT
परमन पुर नामक जनपद उत्तर प्रदेश में अपने अपराधिक कारनामों के लिए प्रसिद्ध है ।यहां लगभग ढाई दशक से दो माफिया,शादाब अहमद और संदेश सिंह के बीच आपस में...

फिर एक कहानी और श्रीमुख . "अंतिम प्रार्थना"

29 Jun 2017 5:55 AM GMT
पटना के घाट पर बैठे शैलेन्द्र ने जब पैर पानी में डाला तो लगा जैसे हजार बिच्छुओं ने एक साथ डंक मार दिया हो। पानी तीर की तरह चुभ रहा था। शैलेन्द्र ने...

जाति......: प्रीतम पाण्डेय सांकृत

29 Jun 2017 5:42 AM GMT
जात की क्या बात करते हो साहब , करनी ही है तो मनुष्यता की करो ना । इंसान से बढकर जात थोड़े हो जाएगा जो आप उसे एक सिरे से बाँध देते हो । हर जात में...

"लघु कहानी" 'अपराध'

28 Jun 2017 3:08 AM GMT
रजेशर की पत्नी रमसुगनी देबी अपने पति को चाय का कप देते हुए बोली । रमसुगनी- "रउवा एगो बात पाता बा?"रजेशर- "का?"रमसुगनी- "रामसनेहिया के लइकवा...

मेघ उड़ि-उड़ि जाला कगरी से

27 Jun 2017 1:05 PM GMT
मेघ उड़ि-उड़ि जाला कगरी से आरे रोकऽ हो पवन देव जबरी सेकाहें उधियाइल जालऽ रुकि जइतऽ गँऊवानचिहन स गइहन स ले ले तोहार नँउवापसु पछी नर नारि नगरी...

मौन की भाषा

27 Jun 2017 8:45 AM GMT
घर के आँगन के कोने में बने मिटटी के चूल्हे पर रोटी सेकती हुई कमली को जाने कैसे सरबजीत के साइकिल की घन्टी की बजती आवाज दूर से ही समझ में आ जाती थी... ...

"मन के बात"

27 Jun 2017 8:41 AM GMT
नेता जी से केहु पूछ दिहल उनका मन के बात। कहले जीवन भर कुर्सी और नोटन के बरसात।।सरकारी कर्मचारी से जब पूछाईल मन के बात।चौगुना बढे सैलरी, साइड...

हेड..... टेल ........................: नीरज मिश्र

27 Jun 2017 2:48 AM GMT
जून का आफ्टरनून। सुबह से अन्न का एक भी दाना मेरे मुँह में नही गया है।सिर्फ दो-चार फल खिलाकर और जल पिलाकर रखा गया है। फिर अज़ीब से कपड़े, ऐसे कपड़े...

नाती के शब्दों में बाबा के जमाने की कहानी।१। "जुग"

26 Jun 2017 5:02 AM GMT
हाँ तो साहब, यह बाबा के जमाने की कहानी है, सिर्फ मेरे बाबा नहीं, हम सब के बाबाओं के जमाने की कहानी है यह। आजादी के दो दशक बाद की बात है, सन 65 से 70...

अथ श्री दिल कथा.........इं प्रदीप शुक्ला

26 Jun 2017 5:00 AM GMT
देखिये, प्राचीन काल से ही लोगों को इस बात की बड़ी तकलीफ, बड़ी समस्या रही है कि,.. "काश कई सारे दिल होते मनुष्य के पास !!" ये समस्या इतनी बड़ी है कि,.. हर...

वो सावन के झूले......

25 Jun 2017 5:45 AM GMT
अकेला पेड़ था मोहल्ले का जिसपर हर कोई झूला डालकर ऊंचाइयों को हासिल करके खुश होने आनंद प्राप्त कर सकता था। क्या लड़कियाँ, क्या लड़के मोहल्ले के सभी उस नीम...

भक्क साला बिहारी.... (..टेलीफोन वाली प्रेम कहानी..)

25 Jun 2017 3:31 AM GMT
...कल स्टोरी टेलिंग डे था, और मैं ठहरा आलसी इंसान (वैसे मैं ऑफिस में व्यस्त भी था, पर आप आलसी ही मान कर चलिए),. तो आज एक स्टोरी सुना देता...
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