विपक्षी हताश ।
जमीन रहें तलाश ।।
जनता को दिया भड़का ।
आग दिया लगवा ।।
इनके इरादे को ।
करना होगा पर्दाफाश ।।
सीएबी/सीएए के बारें ।
में नहीं पता सच्चाई ।।
मौकापरस्त नेता ।
खोद रहे हैं खाई ।।
सेंक रहे हैं रोटिया ।
राजनीति के आड़ में ।।
मचा रहे हैं उत्पात ।
गुंडों की आड़ में ।।