निहंगों की करतूत ।
बेहद ही शर्मनाक ।।
कर्फ्यू के दौरान ।
माँगा लिया पास ।।
हमारे जवान थे ।
ड्यूटी पर तैनात ।।
धारदार हथियार से ।
काट दिया हाथ ।।
जो भी हो दोषी ।
कतई हो न माफ़ ।।
जोड़ा गया हाथ ।
डॉ बधाई के पात्र ।।
लचर व्यवस्था का ।
खुल गया है पोल ।।
सख्त हो कानून ।
बदलाव है जरुरी ।।
कुचलना होगा फन ।
बढ़ न सके कभी मन ।।