कोरोना के कर्मवीर ।
कोटि-कोटि प्रणाम ।।
जान हथेली पर रख ।
बचा रहे हैं प्राण ।।
संयम और त्याग ।
तत्पर रहे हैं जाग ।।
राष्ट्र को उन पर ।
सदैव रहेगा नाज ।।
भूले कुछ मानवता ।
हमले वो दर्दनाक ।।
देशद्रोही है तत्व ।
हो रहें हैं उजागर ।।
सख्त हो सजा ।
कर न सके हिम्मत ।।
योद्धाओं पर हमला ।
से देश हुआ आहत ।।