बार-बार चकमा ।
दे रहा है मौलाना ।।
फेल हुआ तंत्र ?
कहाँ है ठिकाना ?
मौलाना साद ।
दे रहा है संदेश ।।
कर रहा गुमराह ।
तरकीब रहा अपना ।।
हरकतें गवाह ।
कौन दे रहा पनाह ?
असली है कसूरवार ।
चल रहा है फ़रार ।।
बढ़ रहें मामले ।
है बेबस और लाचार ।।
उसका है इंतजार ।
कठोर होगा कारवाई ।।