चाईना चालबाज ।
आ नही रहा बाज ।।
मानवता पर धब्बा ।
कलंककित है मुल्क ।।
करें बहिष्कार ।
हो न सकता यार ।।
संकट में दुनिया ।
दर्द रहेगा यादगार ।।
मौत का सौदागर ।
हो रहा है उजागर ।।
बेचकर वाईरस ।
ले कर बड़ी शुल्क ।।
दुनिया में हाहाकार ।
लेना होगा सीख ।।
रग-रग में धोखा ।
जग है विदित ।।