लंबी सूंड मानवता के लिए विशेष संदेश:महामंडलेश्वर

Update: 2025-03-09 10:27 GMT

पुलिस अधीक्षक आर0एन0 सिंह व विधायक सुभाष त्रिपाठी ने लिया आशीर्वाद

आनन्द गुप्ता/के0के0 सक्सेना

बहराइच। जिला मुख्यालय से लगभग 42 किमी की दूरी पर स्तिथ विशेश्वर गंज के रनियापुर गोबरही देवस्थान रग्घू बाबा में श्रीराम जानकी ट्रस्ट के तत्वावधान चल रही श्री शिव महापुराण कथा के पंचम दिवस कथा में पुलिस अधीक्षक आर0एन0 सिंह ने गुरुदेव का आशीर्वाद लिया और मौजूद श्रद्धालुओं का उत्साह वर्धन किया। श्री सिद्धनाथ पीठाधीश्वर वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी रवि गिरी जी महाराज ने व्यास गद्दी से भगवान शिव और उनके परिवार के आदर्श गुणों को विस्तार से बताया। उन्होंने एक प्रसंग का बखान करते हुए कहा कि भगवान शिव और उनका परिवार सामाजिक व्यवस्था का संदेश है। माता पार्वती नारी भूमिका में आदर्श हैं।

स्वामी रवि गिरी जी ने माता पार्वती को 'श्रद्धा' और 'विश्वास' का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि वह एक आदर्श नारी की भूमिका निभाती हैं। भगवान शिव के वाहन नंदी का उदाहरण देते हुए स्वामी जी ने बताया कि नंदी निस्पृह भाव से अपनी सेवा करता है, जो समाज को समर्पण और सेवा का संदेश देता है।

गणेश जी के स्वरूप की कथा सुन भाव विभोर हुए भक्त स्वामी जी ने गणेश जी और कार्तिकेय की उत्पत्ति की कथा सुनाते हुए गणेश जी के स्वरूप का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक विवेचन किया। उन्होंने कहा कि गणेश जी की देहयष्टि से कई संदेश मिलते हैं। गणेश की गज-शीर्ष, बड़े कान, छोटी आंखें और लंबी सूंड सभी मानवता के लिए विशेष संदेश देते हैं।

मूषक वाहन से मिलती है छोटे जीवों के प्रति सम्मान गज-शीर्ष से सिखाया जाता है कि बुद्धिमत्ता और सूक्ष्म दृष्टि से ही निर्णय लेना चाहिए। बड़ी सूंड का अर्थ है कि किसी भी समस्या को पूरी तरह से विचार कर ही निर्णय लेना चाहिए। मूषक वाहन से यह सीख मिलती है कि समाज के छोटे जीवों को भी सम्मान देना चाहिए और अपनी वासनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए। कथा के दौरान गणेश जी की लीलाओं ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। शिव बारात और विवाह के उत्साह का रंग कथा मंडप में भी देखा गया। यहाँ पर क्षेत्रीय विधायक सुभाष त्रिपाठी का स्वागत किया गया। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के थाना पति नागा साधू ह्रदयेश गिरी जी व उमाकांत गिरी जी महाराज ने मौजूद श्रद्धालुओं को अपने मुक्त कंठ से मनमोह लेने वाला भजन सुनाकर लोगों को भावभिभोर कर दिया। मुख्य यजमान रमेश चंद्र त्रिपाठी , श्रीनिवास शुक्ला, अवधेश त्रिपाठी, आकाश शुक्ला, आदर्श शुक्ला, प्रेमनाथ तिवारी, राजेश मिश्रा, जनार्दन पांडेय, अनिल मिश्रा, नानबाबू तिवारी ने आरती और प्रसाद वितरण के साथआज की कथा विश्राम हुई।

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