बेचता नहीं बैगन ।
ना मैं सब्जीवाला ।।
गहलोत का तेवर ।
भड़ास ये निकाला ।।
बताये वो नकारा ।
और है निकम्मा ।।
लांघ दिए मर्यादा
बोल गए ज्यादा ।।
करने आया काम ।
स्पष्ट ये बतलाया ।।
दू:खी होता मन ।
सभी दिया सम्मान ।।
सचिन पर हमला ।
केन्द्रित हर बयान ।।
कुर्सी का है भूख ।
चाल लें अनुरुप ।।
द्वंद है ये जारी ।
पटखने की तैयारी ।।