उड़ान दी है भर ।
कुछ घंटो का सफ़र ।।
गूंज रहा रफाल ।
दुश्मनों का काल ।।
हवा में करेगा बात ।
हो रहा तैनात ।।
सदमें में पड़ोसी ।
हो रहें बेचैन ।
बच न पायेंगे दुश्मन ।।
अब नही खैर ।।
होगा सफाया ।
ना लगेगी देर ।।
बर्षों की प्रतीक्षा ।
आज होगी खत्म ।।
उड़ान दी है भर ।
कुछ घंटो का सफ़र ।।
गूंज रहा रफाल ।
दुश्मनों का काल ।।
हवा में करेगा बात ।
हो रहा तैनात ।।
सदमें में पड़ोसी ।
हो रहें बेचैन ।
बच न पायेंगे दुश्मन ।।
अब नही खैर ।।
होगा सफाया ।
ना लगेगी देर ।।
बर्षों की प्रतीक्षा ।
आज होगी खत्म ।।