ईवीएम फिर बदनाम।
राग वही है पुराना।।
चुनावी है मौसम।
जिन्न निकल आना।।
सत्ता से जो दूर।
बात वही फिर दोहराना।।
जब पड़ गए अशक्त।
स्मरण आया गाना।।
दे करके दृष्टांत।
दे दिए बयान।।
बखूबी राजनीति।
खींचना हैं ध्यान।।
हकीकत करती बयां।
गर कर लेते कुछ काम।।
गिनाते अपनी उपलब्धियां।
जनता के बीच में सरेआम।।