Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 9

पान की दुकान पर खड़े खड़े

22 Oct 2017 10:57 AM GMT
एक कार बड़ी तेजी से सिग्नल तोड़कर गुजरती है । ट्रैफिक हवलदार रुकने का इशारा करता है लेकिन रविवार के दिन सूनी सड़क का फायदा उठाकर चालक बच निकलता है । बगल...

रेल के शौचालय (रेल सीरीज़-3)

22 Oct 2017 3:36 AM GMT
जहाँ तक मेरी नजर जाती है या जहाँ तक कि मुझे जानकारी है तो कम से कम भारत के अन्दर जितने मजबूत दरवाजे भारतीय रेल अपने शौचालयों हेतु बनवाती है शायद ही...

रेल एक परिचय (रेल सीरीज़-1)

22 Oct 2017 3:27 AM GMT
लगभग पांच वर्षों तक दूरस्थ जनपद में नौकरी करने के कारण रेल यात्रा का एक ठीकठाक अनुभव रहा है या यूं कहें कि जनरल और शयनयान कक्ष में यात्रा के दरम्यान...

भानुमति - 2

22 Oct 2017 3:01 AM GMT
राजधानी से कुछ योजन दूर किसी सुंदर वन में, किसी छोटी सी झील के किनारे एक रथ खड़ा है। रथ में एक सांभर और कुछ खरगोश पड़े हुए हैं। कुछ दूर 3 व्यक्ति आग के...

आज भोजपुरी फ़िल्म "धियापुता रिलीज" होइ

22 Oct 2017 2:45 AM GMT
हम- का हो लोचन, आज "धिया पूता" देखबऽ नू? लोचन- धिया पूता....? ई का ह?हम- बे मरदे तहरा गांजा पिये से फुरसत मिली तब नू, सगरे हल्ला बा आ तुहीं...

भानुमति_1

21 Oct 2017 3:36 AM GMT
युवराज युधिष्ठिर के बुलावे पर कृष्ण अपने मित्र ब्राह्मणश्रेष्ठ श्वेतकेतु और सात्यक पुत्र युयुधान जिन्हें सात्यकि के नाम से जाना जाता है और जिन्हें...

सुप्रसिद्ध गायिका मेघा श्रीराम डेल्टन जी के भोजपुरी लोकगीत के साथ अनुभव...

21 Oct 2017 3:33 AM GMT
2002-2004 में मुझे उतरप्रदेश के लोक गीत में रीसर्च करने का मौका मिला था HRD के तरफ से .... जबके उसी दौरान मैं BHU से BMUSE कर रही थी। ... मेरा...

सिपुली (भोजपुरी लघु कथा)

21 Oct 2017 2:22 AM GMT
दियरी -बाती के चारो ओर उजियार रहे । सभ लइका -लइकी पड़ाका फुलझरी छोड़े में लागल रहलन स । बिकास के इया सबेरहीं उनका के बीस गो रुपिया दे के धिरा देले...

ताजमहल... बस यूं ही...

17 Oct 2017 12:26 PM GMT
३१ अगस्त १६५९ ई. आगरा के शाहबुर्ज में कैद शाहजहाँ रोज की तरह झरोखे से ताजमहल को निहार रहा था। ताजमहल उसके लिए एक महल से ज्यादा था। उसे...

गांव की दिवाली :

17 Oct 2017 9:16 AM GMT
दिवाली की बहार है घुरहुवा लोधियाना से कमा के आया है अब घुरूहुवा के पास पईसा है बीड़ी नही पीता फिल्टर वाली सिगरेट पीता है मेहरारू के लिये लाल साड़ी...

लघुकथा धनतेरस

17 Oct 2017 8:15 AM GMT
"पापा ! आपको याद है न! -"क्या ?"बेटी,स्नेहा के प्रश्न के उत्तर को जानते हुए भी अनजान बनने का असफल प्रयास करते हुए भूषण ने अपने चेहरे...

रामसांवर लबड़हत्थी हैं

15 Oct 2017 2:44 AM GMT
सुबह गेट पर किसी के पुकारने की आवाज आयी तो जल्दी से टीशर्ट डालकर बाहर आया । आगंतुक कृशकाय वृद्ध था और शक्ल परिचित जान पड़ती थी । मैंने प्रश्नवाचक...
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