Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 26

कन्हैया! क्या सचमुच नंदगांव से चले जाओगे?

4 July 2017 1:36 PM GMT
कन्हैया! क्या सचमुच नंदगांव से चले जाओगे? आँखों में यमुना की धार लिए खड़ी विमला ने जैसे अंतिम प्रयास किया। नंदगांव से जाने के लिए ही तो रथ...

माटी का पट्टू...........

4 July 2017 1:29 PM GMT
मेरे पड़ोस के एक बड़े भाई हैं, जो बेहद संवेदनशील एवं सज्जन व्यक्ति हैं। सलीके से रहना एवं जीवन की किसी भी खरीदारी में बहुत सोच-विचार करना, सूक्ष्मता से...

हास्य लघु कहानी (इश्क वाला लभ)

4 July 2017 1:19 PM GMT
सेक्रेटरी -"अब सो जाओ डार्लिंग ।" अरविंद -"नहीं ।पहले एक गाना सुनाओ न ।"सेक्रेटरी -"आफिस में तो पूरे दिन सुनते ही रहते हो ।" अरविंद...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "तक्षक"

4 July 2017 10:45 AM GMT
प्राचीन भारत का पश्चिमोत्तर सीमांत!मोहम्मद बिन कासिम के आक्रमण से एक चौथाई सदी बीत चुकी थी। तोड़े गए मन्दिरों, मठों और चैत्यों के ध्वंसावशेष अब टीले का...

हास्य लेख - (बबिता )

4 July 2017 7:49 AM GMT
-"इ बबिता के ह जी? " -"केहू ना ।"रोज रोज के वाट्स अप व फेसबुक पर चर्चा -ए -आम से त्रस्त नीतू भउजी एक दिन आलोक पाण्डेय का पैर दबाते हुए पुछ...

"एक वियाह ऐसा भी..

4 July 2017 7:01 AM GMT
अच्छा आपसे कोई पूछे कि रस कितने प्रकार का होता है तो आप का बोलेंगे ? छोड़िये आपका तो नहीं पता बाकि हम तो इहे जानते हैं दुइ ठो होता...

गाँव तो बेटियों के ही होते हैं...

30 Jun 2017 3:04 AM GMT
जब गेहूँ की फसल देकर थक चुके खेत, चैत-बैसाख में अलसाए से पड़े रहते हैं और अचानक बारिश का एक झोंका उत्तर से आकर भिगोते हुए भाग जाता है, तब खेत चौंक कर...

अपने अपने गीत...

29 Jun 2017 11:16 AM GMT
अपने विद्यालय के पास एक पेड़ के नीचे छांह में खड़े हुए, तो बैठे बुजुर्ग ने बात छेड़ने के लिए कहा- धूप देख रहे हैं मास्टर साहेब, ऐसे मौसम में क्या खेती...

"दबंगई"

29 Jun 2017 10:32 AM GMT
शाम के तियना लियावे खातिर हम निकलनी त घर के सामने वाला मोड़ पर बड़ा भीड़ रहे. शायद ठेला पर कुछु बेचात रहे. उत्सुकता बश हमार कदम बाजार ना जाके भीड़ के तरफ...

राकेशवा की डायरी का एक और पन्ना

24 Jun 2017 2:30 PM GMT
कुछ ज्यादा नहीं बदला तुम्हारे जाने के बाद से बस थोड़ा सा भूलने लगे हैं , पर फिर भी न जाने क्यों तुमको नही भूल पा रहें हैं ।............ ...

"शिवेंद्रकथा"

24 Jun 2017 2:23 PM GMT
एक बार सुमन्त ने प्रियांक से कहा --- हे प्रियांक! ऐसी कथा सुनाइए जिसे सुनकर मन प्रसन्न हो जाए और चित्त में शान्ति छा जाए। प्रियांक ने जो सुनाया वो इस...

"मोतीझील केंद्र"

23 Jun 2017 1:45 PM GMT
नमस्कार! यह दूरदर्शन का मोतीझील केंद्र है, और आप देख रहे हैं हमारा प्रायोजित कार्यक्रम "मुद्दों का चीरहरण"। मैं श्रीमुख पार्थ आप सब का स्वागत करता...
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