Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 32

श्रावण शुक्ला सप्तमी।

18 Jun 2017 10:20 AM GMT
बाबा तुलसी के नाम से प्रसिद्ध है क्योंकि इसी दिन उन्होंनें शरीर धारण किया था।मेरे बहुत से मित्र मानस भूषण हैं और रामचरितमानस के प्रेमी की यह प्रमुख...

यादों के झरोखों से!

18 Jun 2017 10:11 AM GMT
जिनकी जवानी देख, हम जवान हुए, उन पर अब बुढापा आ गया है और सूर्य को देख उन्होनें एक-एक कर अपने कपड़े उतार कर उनके सामने बइठकी शुरू कर दिया है,...

जनकपुर

18 Jun 2017 9:28 AM GMT
जनकपुर की बात छिड़ते ही, किसी भी पुरुष के मन, मस्तिष्क में ससुराल, साला, साली, ससुर, सास, सरहज, साढू, सढुवाइन, सरपुत की ध्वनि गुंजायमान होने लगती है।...

बाप!

18 Jun 2017 8:29 AM GMT
बाप अरे बाप रे बापचेताते दूसरों के बहकावोंं में कभी भूल के भी मत आवबाप अरे..... जब तक आपका ये जूतामेरे पैरों में नहीं आयातबतक बेवजह बेधड़क...

पापा मैं सोयी नहीं थी....

17 Jun 2017 4:39 PM GMT
"नेहा, तुम्हारे पापा का फोन आया था। तुम्हें मिलने के लिए बुलाया हैं।""मुझे बुलाया है पापा ने !जरुर पापा की तबियत ठीक नहीं होगी। जरा फोन लगाइए तो...

सँझिया के बेरवा कि भोली रे चिरईयाँ- अमरेन्द्र कुमार सिंह

17 Jun 2017 9:19 AM GMT
सँझिया के बेरवा कि भोली रे चिरईयाँ-कईली खोंतवा के ओरिया पयान-1गईया रँभा ये भईसियाँ पेन्हाये-कि बछवा बन्हईले बथान-2दियावा बरईले अगिया जोरईले-कि थाकी...

लड़िकाई को प्रेम कहो अलि कैसे छूटत : आलोक पाण्डेय

17 Jun 2017 9:18 AM GMT
जीवन कल्पना का अथाह समुद्र है, लहर पर लहर, हर डगर-डगर पर, दिन-रात-पहर-दोपहर इसके हिलोर आते ही रहते हैं, उनमें डूबता उतराता, हिचकोले खाता मन जीवन के...

बारिश बनारस और भूली हुई कहानी ....

16 Jun 2017 2:42 PM GMT
जगेसर मिसिर ने प्लेटफॉर्म से बाहर जैसे ही पहला कदम रखा बारिश थोड़ी और तेज हो गई।मिसिर जी ने तंज से मुस्कुरा के आँख भर देखा बनारस को और सोचा-बीस साल बाद...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "कसम"

16 Jun 2017 1:55 PM GMT
अपनी दाढ़ी के नीचे जब उसने सेल्फ लोडेड राइफल की नली सटाई तो जाने क्यों उसके होठ मुस्कुरा उठे। उसने एक बार भय से थर थर कांपती लड़की की तरफ निगाह उठाई और...

फिर एक कहानी और श्रीमुख "झूठी महानता"

16 Jun 2017 1:52 PM GMT
बारह बरिस ले कुकुर जिए सोरह बरिस ले जिए सियार,अठारह बरिस से छत्रिय जिए आगे जियला के धिक्कार...मटर के खेत की मेड़ पर बैठे टिकाधर काका आज अपनी लय में थे।...

बलिया से मोतीझील आश्रम यात्रावृतांत....!!

7 Jun 2017 4:12 PM GMT
सुबह के सात बजे हैं ।मैं जैसा ही अपना मोटरसाईकिल धोने और पेट्रोल भराने के लिए निकाला वैसे ही मेरा मोबाइल का सिंगटोन बजा -"गवना करइल ए हरि जी...

"ई राशि ह, एके गोड़े ना बिटोरल जाला"

7 Jun 2017 6:00 AM GMT
"काहो राजू, गेंहू बटवावे जातार?" राम सागर काका के आवाज से हमार गोड़ ठिठक जाता अउरी फेरु हम अपना चौरी वाला खेत में ना जाके बगल के ही उनका खेत में चल...
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